Morning Walk : सुबह की गई सैर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण मानी गई है। दिन का पहला पहर सुहावना और कम प्रदूषित होता है, जो आपके मन को शांत करता है व स्फूर्ति प्रदान करता है। पैदल चलने से आपकी शारीरिक कसरत होती है, जिससे आपको दिनभर स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। सबसे खास बात, मॉर्निंग वॉक की आदत से आपकी सुबह जल्दी उठने की इच्छाशक्ति मजबूत होती है।
सुबह की नियमित सैर क्यों जरूरी है, इस बारे में हम विस्तार से नीचे बताएंगे।
तन-मन-धन तीनों की सुरक्षा चाहते हैं, तो आपके लिए चलना बहुत जरूरी है। सुबह-शाम की नियमित सैर करने से आपका शरीर सक्रिय रहता है। शरीर के सक्रिय रहने से मूड अच्छा रहता है।
मूड अच्छा रहने से बीमारियों की गिरफ्त में आने की आशंका कम होती है और हर साल बीमारियों पर होने वाला खर्च बच जाता है। तो फिर चलिए और चलने की सलाह दीजिए।
डिमेंशिया
शोध के अनुसार जो लोग हर सप्ताह 6-9 मील चलते हैं उनमें बढ़ती उम्र के साथ याददाश्त कम होने की डिमेंशिया जैसी समस्या की आशंका कम हो जाती है।
डायबिटिज
डायबिटिज में आहार पर नियंत्रण करने से काफी राहत मिलती है। यदि इसके साथ-साथ हर दिन 30 मिनट पैदल चलना शुरू किया जाए, तो टाइप-2 डायबिटिज के खतरे को भी कम कर सकते हैं।
हृदय रोग
हर दिन 30 मिनट की सैर हृदय रोग के खतरे को भी कम करती है। साथ ही इससे तनाव, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर पर काबू पाने में भी मदद मिलती है।
दर्द में राहत
हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द होने पर भी पैदल चलना एक कारगर उपाय है। इससे दर्द में राहत मिलती है। शरीर की कार्यप्रणाली दुरुस्त होती है और गतिशीलता आती है।
तनाव से राहत
सुबह या शाम की सैर एंडोरफिंस नामक न्यूरोपेप्टाइड्स को सक्रिय करती है। इससे शरीर को आराम मिलता है, बेचैनी और चिड़चिड़ेपन जैसे लक्षणों में भी सुधार होता है।
विशेषज्ञ सेहत में सुधार के लिए प्रतिदिन 6000 कदम और वजन कम करने के लिए 10,000 कदम चलने की सलाह देते हैं।
साल 2000 में किए गए एक शोध के नतीजे बताते हैं कि नियमित रूप से सैर करना प्रति वर्ष सेहत पर किए जाने वाले खर्च का 330 डॉलर यानी लगभग 20 हजार रुपये बचा सकता है।
यह भी दिलचस्प है 1970 में 66 प्रतिशत बच्चे पैदल स्कूल जाते थे जबकि आज के समय में यह आंकड़ा सिर्फ 13 प्रतिशत है।
ऑस्ट्रेलिया का एक व्यक्ति प्रति दिन 9,695 कदम चलता है, जबकि जापान में एक व्यक्ति द्वारा औसतन 7,168 कदमों की दूरी ही पैदल तय की जाती है, वहीं एक अमेरिकी व्यक्ति एक दिन में औसतन सिर्फ 5,117 कदम चलता है।
पैदल चलने के चलन का कम होना शोधकर्ताओं की नजर में एक सांस्कृतिक दुघर्टना भी है, क्योंकि अब लोग पैदल चलने को मजबूरी समझते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर
प्रति सप्ताह पैदल चलना ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिलाओं में मोर्टेलिटी (मृत्यु दर) के खतरे को 50 प्रतिशत कम करता है। सैर और 1500 कैलोरी का सेवन प्रतिदिन करने वाली महिलाएं अपना वजन नियंत्रित रख सकती हैं।
प्रोस्टेट कैंसर
प्रति सप्ताह पैदल चलने वाले प्रोस्टेट कैंसर के मरीजों में मोर्टेलिटी की आशंका 50 प्रतिशत तक कम हो जाती है।
जो महिलाएं नियमित सैर करती हैं उनमें कोलेन कैंसर की आशंका व्यायाम या सैर न करने वाली महिलाओं की तुलना में 31 प्रतिशत कम हो जाती है।
यदि आप हर रोज सूरज के प्रकाश में सैर करते हैं, तो इससे शरीर में विटामिन-डी का स्तर सुधारने में भी मदद मिलती है।
मॉर्निंग वॉक के लिए क्या-क्या चाहिए?
सुबह की सैर को निम्नलिखित चीजें आरामदायक बना सकती हैं। इन जरूरी चीजों को आप बाजार से खरीद सकते हैं।
● एक जोड़ी स्पोर्ट्स शूज
● शॉर्ट्स या लेगिंग्स
● शॉर्ट्स टी शर्ट
● स्पोर्ट्स ब्रा (महिलाओं के लिए)
● हेयर बैंड
● स्पोर्ट्स वॉटर बॉटल
● फिटबैंड, अगर आप अपनी हार्ट बीट और कदमों को ट्रैक करना चाहते हैं।
आगे जानिए शरीर के लिए मॉर्निंग वॉक के फायदे।
1- फिट रहने के लिए वॉक
फिट रहने के लिए लोग कई तरह के तौर-तरीके अपनाते हैं, कोई जिम में जाकर घंटों तक व्यायाम करता है तो कोई अपने खान-पान में बदलाव लाता है। कोई अपनी बुरी आदतों को छोड़ स्वस्थ रहने की कोशिश करता है तो कोई विशेषज्ञों की सलाह पर चलते हुए भिन्न-भिन्न प्रकार के तरीके अपनाता है।
2- वॉक करना आसान है
लेकिन लोगों की मानें तो फिट रहने का सबसे आसान और समय को बचाने वाला तरीका है टहलना, यानी कि वॉक करना। पर आपको क्या लगता है कि क्या यह वाकई उतना आसान है जितना लोग समझते हैं?
3- एक प्रकार का व्यायाम
बस उठकर थोड़ी देर बाहर टहल लिया तो क्या इतने से ही सेहत पर अच्छा असर होगा? क्या हर किसी को वॉकिंग जैसे व्यायाम को सही तरीके से करना आता है? बिल्कुल भी नहीं…. एक्सपर्ट्स की राय में वॉक करना लोगों को आसान तो लगता है पर यह है नहीं।
4- वॉक करते समय ध्यान रखें कुछ बातें
वॉक करते समय जिन नियमों का पालन हमें करना चाहिए उनमें से एक भी नियम शायद ही किसी को पता है। इसलिए वॉक करते समय लोग वे सभी गलतियां करते हैं जिसके कारण स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यानी कि फायदा मिलना तो दूर की बात रही, हमारे द्वारा गलत तरीके से वॉक करने से हम नुकसान झेल लेते हैं।
5- जानिए कुछ नियम
इसलिए आज हम यहां वॉक करने के कुछ ऐसे नियम बताने जा रहे हैं जो आपके काफी काम आने वाले हैं। साथ ही यह बताएंगे कि वॉक करते समय आप कैसी गलतियां करते हैं और उन गलतियों को कैसे सुधारा जा सकता है।
6- पूरी बॉडी पर ध्यान दें
अमूमन लोग चलते समय अपनी लोवर बॉडी पर ध्यान देते हैं, उनकी टांगें और पैर सही दिशा में हैं या नहीं। उनके रास्ते में कोई पत्थर या ऐसी वस्तु तो नहीं आ रही जो बाधक बन सके। लेकिन यदि आप सच में वॉक करते समय पॉश्चर का ध्यान रखना चाहते हैं तो ना केवल लोवर बॉडी बल्कि ऊपरी बॉडी पर भी ध्यान दें।
7- डिप्रेशन से मुक्ति
इस समय की सबसे बड़ी बीमारियों में डिप्रेशन को गिना जाता है। यह कई मानसिक व शारीरिक रोगों का कारण बन सकता है और सबसे घातक परिणाम मृत्य भी हो सकता है। यह एक धातक विकार है, लेकिन अच्छी खबर यह है कि अगर आप सुबह भ्रमण पर निकलते हैं, तो आप तनाव मुक्त हो सकते हैं। सुबह की ताजगी भरी सैर मन-मस्तिष्क को शांत करने में मदद करेगी।
शोध में पता चलता है कि अगर तनाव से ग्रसित इंसान रोज 20 से 40 मिनट की सैर करे, तो वो अपने तनाव का स्तर कम कर सकता है। इसलिए, डिप्रेशन से मुक्त होने के लिए आप रोजाना नियमित सुबह की सैर कर सकते हैं
8. बढ़ती है फेफड़ों की कार्यक्षमता
रोजाना 20 मिनट मॉर्निंग वॉक करने से आपके फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ सकती है। सुबह की सैर आपके फेफड़ों को मजबूत करने का काम करती है, जिससे फेफड़े स्वस्थ रहते हैं और सांस लेने में आसानी होती है। फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए सुबह की सैर एक प्रभावी विकल्प है।
नियमित वाॅक कर के आप अपने आप को फिट रख सकते है साथ ही कई बिमारियों से खुद को बचा सकते है।