परिवार के budget का निर्माण कैसे करें जिसमें सभी के लक्ष्य शामिल हों

एक परिवार का budget(बजट) आय और व्यय की स्प्रेडशीट से कहीं अधिक है; यह एक गतिशील वित्तीय योजना है जो आपके परिवार के साझा मूल्यों, सपनों और प्राथमिकताओं को दर्शाती है। जब एक व्यक्ति द्वारा अलगाव में बनाया जाता है, तो बजट प्रतिबंध और नियंत्रण के उपकरण जैसा महसूस हो सकता है। हालाँकि, जब सहयोगात्मक रूप से बनाया जाता है, तो यह सशक्तिकरण, एकता और साझा उपलब्धि के एक शक्तिशाली साधन में बदल जाता है। मुख्य बात “मेरे पैसे, तुम्हारे पैसे” की मानसिकता से “हमारे पैसे, हमारे लक्ष्य” की मानसिकता की ओर बढ़ना है। यह मार्गदर्शिका आपको एक परिवार के बजट को बनाने के विस्तृत चरणों से गुजारेगी जिसमें सभी के लक्ष्य शामिल हों और उनका सम्मान किया जाए।

चरण 1: एक पारिवारिक वित्तीय बैठक के साथ आधार रखना
पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम एक खुली, राय-मुक्त बातचीत शुरू करना है। यह एक बार की घटना नहीं बल्कि एक निरंतर संवाद की शुरुआत है।

इसे निर्धारित करें: एक विशिष्ट समय निर्धारित करें जब सभी वयस्क परिवार के सदस्य (और उम्र के अनुकूल बच्चे) विचलित हुए बिना उपस्थित हो सकें। पिज़्ज़ा मंगवाएं, इसे एक सकारात्मक अनुभव बनाएं, न कि एक काम।

मूलभूत नियम स्थापित करें: स्थापित करें कि यह एक सुरक्षित स्थान है। अतीत के वित्तीय निर्णयों को दोष देना, शर्मिंदा करना या आलोचना करना नहीं है। लक्ष्य आगे देखना है, पीछे नहीं।

“क्यों” से शुरुआत करें: अपने सामूहिक दृष्टिकोण पर चर्चा करके शुरुआत करें। आप ऐसा क्यों कर रहे हैं? क्या तनाव कम करने के लिए? एक सपनों के घर के लिए बचत करने के लिए? जल्दी रिटायरमेंट की योजना के लिए? बच्चों की शिक्षा के लिए धन जुटाने के लिए? दुनिया की यात्रा के लिए? बजट को एक साझा, सकारात्मक दृष्टि से जोड़ने से प्रक्रिया सार्थक महसूस होती है।

उदाहरण: शर्मा परिवार—प्रिया, राहुल और उनका 10 वर्षीय बेटा अर्जुन—रविवार दोपहर के लिए एक बैठक निर्धारित करते हैं। वे इस बात से सहमत होकर शुरुआत करते हैं कि लक्ष्य है “पैसे के बारे में कम तनाव महसूस करना और एक साथ मजेदार चीजों के लिए बचत करना।” यह “क्यों” पूरी बातचीत को सकारात्मक ढंग से तैयार करता है।

चरण 2: बड़ी तस्वीर: आय और निश्चित व्यय का हिसाब लगाएं
लक्ष्यों के लिए पैसा आवंटित करने से पहले, आपको अपने वित्तीय परिदृश्य की स्पष्ट समझ की आवश्यकता है।

कुल शुद्ध आय की गणना करें: घर लाने योग्य वेतन (टैक्स, स्वास्थ्य बीमा और रिटायरमेंट योगदान कटौती के बाद) के सभी स्रोतों की सूची बनाएं। वेतन, साइड हसल, निवेश आय आदि शामिल करें। यदि आय परिवर्तनशील है तो औसत का उपयोग करें।

निश्चित, गैर-परक्राम्य व्ययों की सूची बनाएं: ये आपके आवश्यक मासिक बिल हैं जो आमतौर पर हर महीने समान राशि के होते हैं। इसमें शामिल है:

  • बंधक/किराया

  • कार किश्त

  • बीमा (ऑटो, घर, जीवन)

  • न्यूनतम ऋण भुगतान (क्रेडिट कार्ड, छात्र ऋण)

  • चाइल्डकेयर या ट्यूशन

  • बुनियादी उपयोगिताएं (बिजली, पानी, गैस)

  • बुनियादी सदस्यता सेवाएं (इंटरनेट, शायद एक स्ट्रीमिंग सेवा)

यह कदम आपको एक स्पष्ट संख्या देता है: कुल आय – निश्चित व्यय = डिस्पोजेबल आय (व्ययन योग्य आय)। यही वह धनराशि है जिसके साथ आपको बाकी सब कुछ करना है।

उदाहरण: शर्मा परिवार अपने मासिक घर लाने योग्य वेतन की गणना करते हैं:

  • प्रिया का वेतन: ₹25,000

  • राहुल का वेतन: ₹15,000

  • कुल शुद्ध आय: ₹40,000

उनके निश्चित मासिक व्यय हैं:

  • किराया: ₹12,000

  • कार ईएमआई: ₹5,000

  • उपयोगिताएँ (औसत): ₹2,500

  • बीमा: ₹1,500

  • न्यूनतम ऋण भुगतान (क्रेडिट कार्ड): ₹2,000

  • इंटरनेट/मोबाइल: ₹1,000

  • कुल निश्चित व्यय: ₹24,000

डिस्पोजेबल आय गणना: ₹40,000 – ₹24,000 = ₹16,000
इस ₹16,000 को सभी परिवर्तनीय लागतों (जैसे भोजन और गैस) और उनके सभी लक्ष्यों को कवर करना होगा।

चरण 3: मुद्दे का दिल: व्यक्तिगत और साझा लक्ष्यों पर विचार-मंथन
समावेशिता के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण कदम है। सभी की आवाज़必须 शामिल होनी चाहिए।

अपने लक्ष्यों को श्रेणीबद्ध करें:

  • अल्पकालिक लक्ष्य (0-2 वर्ष): एक नया परिवारिक कंप्यूटर, एक छुट्टी, एक विशिष्ट क्रेडिट कार्ड चुकाना, ₹20,000 का आपातकालीन फंड बनाना।

  • मध्यम अवधि के लक्ष्य (2-5 वर्ष): कार के लिए डाउन पेमेंट, घर का नवीनीकरण, एक महत्वपूर्ण परिवारिक यात्रा।

  • दीर्घकालिक लक्ष्य (5+ वर्ष): रिटायरमेंट बचत, बच्चों के कॉलेज फंड, घर खरीदना।

“ड्रीम लिस्ट” एक्सरसाइज: सभी को एक नोटपैड या व्हाइटबोर्ड सेक्शन दें। प्रत्येक व्यक्ति से, बच्चों सहित (उदाहरण के लिए, “इस साल परिवार के साथ करने के लिए आप एक मजेदार चीज़ क्या चाहेंगे?”), अपने वित्तीय लक्ष्यों और इच्छाओं की सूची बनाने के लिए कहें, बड़े और छोटे। इस स्तर पर कोई बुरे विचार नहीं हैं।

साझा करें और चर्चा करें: एक-एक करके, सभी को अपनी सूची साझा करने दें। सुनने वाले का काम समझना है, तुरंत न्याय करना या वीटो करना नहीं। आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि आपके साथी या बच्चों के लिए वास्तव में क्या महत्वपूर्ण है। शायद एक व्यक्ति एक फैंसी कार से ऊपर साप्ताहिक डेट नाइट को महत्व देता है, जबकि एक बच्चा किसी विशिष्ट थीम पार्क की यात्रा का सपना देख रहा है।

उदाहरण: शर्मा परिवार की ड्रीम लिस्ट

  • प्रिया: “मैं आपात स्थितियों को लेकर तनावग्रस्त हूं। मैं ₹20,000 का आपातकालीन फंड चाहती हूं।” (अल्पकालिक), “मैं हमारी सालगिरह के लिए अर्जुन के बिना एक सप्ताहांत पलायन चाहूंगी।” (अल्पकालिक), “रिटायरमेंट के लिए बचत करें।” (दीर्घकालिक)

  • राहुल: “कार में एक अजीब आवाज आ रही है; मैं कुछ वर्षों में एक नई के लिए डाउन पेमेंट बचाना चाहता हूं.” (मध्यम अवधि), “मैं उस उच्च-ब्याज वाले क्रेडिट कार्ड ऋण को जल्दी चुकाना चाहता हूं.” (अल्पकालिक), “नए क्रिकेट उपकरण.” (व्यक्तिगत इच्छा)

  • अर्जुन: “मैं वास्तव में अपने जन्मदिन के लिए एक नया साइकिल चाहता हूं.” (व्यक्तिगत इच्छा), “क्या हम गोआ घूमने जा सकते हैं?” (परिवारिक इच्छा)

चरण 4: प्राथमिकता दें और समझौता करें: ड्रीम लिस्ट से एक्शन प्लान तक
आप शायद हर सपने को तुरंत फंड नहीं कर पाएंगे। यहीं पर समझौते की सहयोगात्मक कला आती है।

लक्ष्यों को समूहित करें: सभी ड्रीम लिस्ट को संयोजित करें। आपको साझा लक्ष्य (जैसे, “गोआ की छुट्टी”) और व्यक्तिगत लक्ष्य (जैसे, “नए क्रिकेट उपकरण,” “साइकिल”) दिखाई देंगे।

प्राथमिकता निर्धारित करें: लक्ष्यों को रैंक करने के लिए एक वोटिंग सिस्टम या चर्चा का उपयोग करें। परिवार की समग्र भलाई और खुशी के लिए सबसे महत्वपूर्ण क्या है? वित्तीय सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। इसका मतलब है कि विवेकाधीन लक्ष्यों के लिए बड़ी रकम आवंटित करने से पहले एक आपातकालीन निधि (3-6 महीने के खर्च) को निधि देना और उच्च-ब्याज ऋण से निपटना।

  • प्राथमिकता 1 (सुरक्षा): ₹20,000 का आपातकालीन फंड बनाएं। ₹10,000 के क्रेडिट कार्ड ऋण का भुगतान करें।

  • प्राथमिकता 2 (साझा परिवार लक्ष्य): एक परिवारिक अवकाश के लिए एक फंड शुरू करें (अर्जुन का गोआ विचार)।

  • प्राथमिकता 3 (व्यक्तिगत लक्ष्य): सालगिरह की यात्रा, कार डाउन पेमेंट फंड, साइकिल।

“गोल लाइन आइटम” बनाएं: लक्ष्यों को बिल की तरह मानें। उदाहरण के लिए, यदि आपके अवकाश फंड को 12 महीनों में ₹30,000 की आवश्यकता है, तो वह ₹2,500 का मासिक “बिल” बन जाता है जिसका भुगतान आप एक बचत खाते में करते हैं। यदि किसी बच्चे का स्कूल ट्रिप ₹5,000 का है, तो वह एक लाइन आइटम है। यह हर लक्ष्य को बजट में एक मूर्त स्थान देता है।

  • आपातकालीन निधि: ₹20,000 / 10 महीने = ₹2,000/माह

  • ऋण चुकौती (न्यूनतम से अधिक): वे क्रेडिट कार्ड को तेजी से खत्म करने के लिए अतिरिक्त ₹1,000/माह देने का फैसला करते हैं।

  • गोआ फंड: वे शोध करते हैं और अनुमान लगाते हैं कि एक यात्रा में एक साल में ₹30,000 का खर्च आएगा। ₹30,000 / 12 महीने = ₹2,500/माह

  • सालगिरह की यात्रा: 5 महीनों में ₹10,000 का लक्ष्य = ₹2,000/माह

  • कार डाउन पेमेंट: 50 महीनों में ₹50,000 का लक्ष्य = ₹1,000/माह

  • साइकिल: ₹8,000 in 8 months = ₹1,000/माह (अर्जुन अपने भत्ते से ₹200/माह योगदान देने के लिए सहमत होता है, माता-पिता ₹800 का वित्तपोषण करते हैं)।

चरण 5: हर रुपए को एक काम दें: बजट का खाका
अब, अपनी डिस्पोजेबल आय को लें और इसे बजट बनाने की विधि का उपयोग करके अपने लक्ष्यों और परिवर्तनीय व्यय के पार आवंटित करें। 50/30/20 का नियम एक उत्कृष्ट शुरुआती ढांचा है:

  • जरूरतों के लिए 50%: इसे चरण 2 से आपके निश्चित व्यय (आवास, उपयोगिताएँ, न्यूनतम ऋण भुगतान, किराने का सामान, आवश्यक परिवहन) को कवर करना चाहिए।

  • बचत और ऋण चुकौती के लिए 20%: यह आपकी लक्ष्य श्रेणी है। धन का यह हिस्सा आपके आपातकालीन फंड, रिटायरमेंट खातों (जिसे आदर्श रूप से आपके वेतन से स्वचालित किया जाना चाहिए इससे पहले कि आप इसे देखें भी), कॉलेज बचत, और न्यूनतम से अधिक किसी भी अतिरिक्त ऋण भुगतान को निधि देता है।

  • इच्छाओं के लिए 30%: यह परिवर्तनीय, विवेकाधीन खर्च के लिए है। इसमें शामिल है:

    • बुनियादी जरूरतों से परे किराने का सामान (जैसे, प्रीमियम ब्रांड, स्टेक)

    • मनोरंजन (बाहर खाना, फिल्में, शौक)

    • व्यक्तिगत खर्च का पैसा (प्रत्येक वयस्क और बच्चे के लिए “मनोरंजन राशि”)

समावेशिता की कुंजी: “मनोरंजन राशि” भत्ते
हर छोटी खरीद पर सूक्ष्म प्रबंधन और संघर्ष से बचने के लिए, प्रत्येक वयस्क (और बच्चों के लिए उम्र के अनुकूल राशि) को “मनोरंजन राशि” की एक समान, बिना-सवाल-पूछे राशि आवंटित करें। इस पैसे को किसी भी चीज़ पर खर्च किया जा सकता है—एक लट्टे, एक नया वीडियो गेम, एक मैनीक्योर—बिना दूसरे व्यक्ति को उचित ठहराने की आवश्यकता के। यह सामूहिक योजना के within व्यक्तिगत स्वायत्तता को बनाए रखता है।

उदाहरण के लिए:
अब, अपनी डिस्पोजेबल आय को लें और इसे अपने लक्ष्यों और परिवर्तनीय व्यय के पार आवंटित करें। शर्मा की डिस्पोजेबल आय ₹16,000 थी।

  • जरूरतें (आय का 50% = ₹20,000): उनका निश्चित व्यय पहले से ही ₹24,000 है। वे शेष ₹4,000 को आवश्यक किराने का सामान के लिए आवंटित करते हैं।

  • बचत/ऋण (आय का 20% = ₹8,000): यह उनकी लक्ष्य श्रेणी है।

    • आपातकालीन निधि: ₹2,000

    • अतिरिक्त ऋण भुगतान: ₹1,000

    • अवकाश निधि: ₹2,500

    • कार निधि: ₹1,000

    • कुल लक्ष्य: ₹6,500 (वे अपने 20% लक्ष्य से थोड़े कम हैं, जो ठीक है क्योंकि वे शुरुआत कर रहे हैं)।

  • इच्छाएं (आय का 30% = ₹12,000): यह परिवर्तनीय खर्च के लिए है।

    • किराने का सामान (बुनियादी जरूरतों से परे): ₹2,000

    • पेट्रोल: ₹3,000

    • मनोरंजन (बाहर खाना, फिल्में): ₹2,000

    • मनोरंजन राशि: उनके पास ₹12,000 – (₹2,000+₹3,000+₹2,000) = ₹5,000 बचे हैं। वे प्रत्येक वयस्क को बिना-सवाल-पूछे “मनोरंजन राशि” में ₹1,500 देने का फैसला करते हैं (चाय, शौक, आदि के लिए)। यह राहुल के क्रिकेट उपकरण बचत को कवर करता है। वे अर्जुन के भत्ते के लिए ₹500 आवंटित करते हैं। शेष ₹1,500 को कपड़े, घरेलू सामान और अनियमित व्यय के लिए “इच्छाएं” बाल्टी में डाल दिया जाता है।

समावेशिता की कुंजी: “मनोरंजन राशि”
प्रत्येक वयस्क के लिए यह ₹1,500 पवित्र है। राहुल बिना किसी औचित्य के महीनों तक क्रिकेट उपकरण के लिए अपनी बचत कर सकता है। प्रिया इसका उपयोग सैलून के लिए कर सकती है। यह छोटे व्यक्तिगत खरीद पर होने वाले तर्कों को रोकता है और व्यक्तिगत स्वायत्तता बनाए रखता है।

चरण 6: अपने उपकरण चुनें और योजना लागू करें
कार्यान्वयन के बिना एक योजना бесполезно है। एक ट्रैकिंग विधि चुनें जो आपके परिवार की शैली के लिए काम करती हो।

लिफाफा प्रणाली: “किराना,” “मनोरंजन,” और “मनोरंजन राशि” जैसी श्रेणियों के लिए नकदी का उपयोग करें। जब नकदी खत्म हो जाए, तो उस श्रेणी में खर्च महीने के लिए बंद हो जाता है।

स्प्रेडशीट: Google Sheets या Excel लचीलापन प्रदान करते हैं और मुफ्त हैं। आप लक्ष्यों के लिए टैब बना सकते हैं और प्रगति को ट्रैक कर सकते हैं।

बजटिंग ऐप: YNAB (You Need A Budget), EveryDollar, या Mint जैसे ऐप्स स्वचालित रूप से बैंक खातों के साथ सिंक होते हैं, खर्चों को श्रेणीबद्ध करते हैं, और ट्रैकिंग को लगभग सहज बनाते हैं। ये जोड़ों के लिए फोन पर रियल-टाइम अपडेट देखने के लिए शानदार हैं।

उदाहरण:
शर्मा की पसंद: वे एक बजटिंग ऐप (YNAB) का उपयोग करते हैं जो उनके फोन से सिंक होता है। वे अपने प्रत्येक लक्ष्य के लिए श्रेणियाँ बनाते हैं। वे स्वचालित स्थानांतरण भी सेटूप करते हैं: वेतन के दिन, ₹2,000 स्वचालित रूप से आपातकालीन निधि के लिए एक बचत खाते में चला जाता है, और ₹2,500 एक “अवकाश” बचत खाते में जाता है।

चरण 7: समीक्षा, अनुकूलन और उत्सव (निरंतर प्रक्रिया)
एक बजट एक जीवित दस्तावेज है। जीवन बदलता है, और आपके बजट को भी बदलना चाहिए।

मासिक जाँच-पड़ताल निर्धारित करें: पिछले महीने के खर्च की समीक्षा करने के लिए हर महीने एक छोटी 20-मिनट की बैठक रखें। क्या आपने एक श्रेणी में अधिक खर्च किया? क्या कोई अप्रत्याशित व्यय popped up? तदनुसार अगले महीने के आवंटन को समायोजित करें। यह दोष देने का समय नहीं है; यह एक टीम के रूप में समस्या-समाधान का समय है।

मील के पत्थर का जश्न मनाएं: यह अत्यंत महत्वपूर्ण है! जब आप क्रेडिट कार्ड का भुगतान करते हैं, अपने आपातकालीन फंड के लक्ष्य तक पहुँचते हैं, या उस अवकाश के लिए पर्याप्त बचत करते हैं, तो जश्न मनाएं! एक अच्छे रात्रिभोज के लिए बाहर जाएं, एक पारिवारिक मूवी नाइट रखें, या बस उस कड़ी मेहनत और अनुशासन को स्वीकार करें जो इसके लिए लगा। यह सकारात्मक सुदृढीकरण everyone को motivated और योजना में निवेशित रखता है।

वार्षिक रूप से लक्ष्यों पर पुनर्विचार करें: अपने बड़े लक्ष्यों पर चर्चा करने के लिए एक बड़ी वार्षिक बैठक करें। क्या आपकी प्राथमिकताएं बदल गई हैं? क्या आपको एक नया बचत लक्ष्य बनाने की आवश्यकता है? यह सुनिश्चित करता है कि आपका बजट हमेशा आपके वर्तमान पारिवारिक मूल्यों को दर्शाता है।

उदाहरण के लिए:
शर्मा हर महीने की पहली रविवार को 15 मिनट की बैठक रखते हैं। अपनी पहली जाँच-पड़ताल में, उन्होंने देखा कि उन्होंने बाहर खाने पर ₹500 अधिक खर्च किए। वे अगले महीने “मनोरंजन” श्रेणी को कम करने और “कपड़े” के बफर से ₹500 निकालने पर सहमत होते हैं। यह एक समस्या-समाधान सत्र है, न कि दोषारोपण का खेल।

मील के पत्थर का जश्न मनाएं! 5 महीने के बाद, वे अंततः क्रेडिट कार्ड ऋण का भुगतान कर देते हैं। जश्न मनाने के लिए, वे अपने “मनोरंजन” फंड से ₹1,000 का उपयोग घर पर एक फैंसी डिनर करने के लिए करते हैं। यह उत्सव their टीम वर्क को मजबूत करता है और उन्हें अगले लक्ष्य—अपने आपातकालीन फंड को पूरी तरह से निधि देना—के लिए प्रेरित रखता है।

निष्कर्ष: केवल एक बजट से अधिक का निर्माण
एक पारिवारिक बजट का निर्माण करना जिसमें सभी के लक्ष्य शामिल हों, संचार, समझौता और साझा दृष्टि का एक अभ्यास है। इसके लिए ईमानदारी, vulnerability, और एक टीम के रूप में काम करने की commitment की आवश्यकता होती है। मूर्त परिणाम वित्तीय स्थिरता और आपके सपनों की achievement है। लेकिन अमूर्त परिणाम और भी अधिक मूल्यवान है: कम वित्तीय तनाव, मजबूत रिश्ते, और सुरक्षा की गहरी भावना जो यह जानने से आती है कि आप एक साथ अपने भविष्य का निर्माण कर रहे हैं। इन चरणों का पालन करके, आप केवल डॉलर और सेंट आवंटित नहीं कर रहे हैं; आप अपने परिवार की सद्भाव और खुशी में निवेश कर रहे हैं।

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