गौतम रेड्डी एक हैदराबाद स्थित एग्री-टेक उद्यमी और ग्रीनरूट इनोवेशंस के संस्थापक हैं, जो जल-कुशल( सेल्फ-वॉटरिंग प्लांट पॉट्स) कृषि समाधानों पर केंद्रित एक स्टार्टअप है। उनका कार्य कृषि को टिकाऊ, किफायती और सुलभ बनाने पर केंद्रित है, विशेषकर शहरी और छोटे किसानों के लिए।
उन्होंने क्या किया?
गौतम रेड्डी ने स्वचालित सिंचाई प्रणालियाँ विकसित कीं जो पानी की खपत को कम करते हुए पौधों के स्वास्थ्य में सुधार करती हैं। उनके प्रमुख योगदान:
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हाइड्राग्रो सेल्फ-वॉटरिंग पॉट्स
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टेराकोटा-आधारित सिंचाई प्रणाली जो पौधों को 15+ दिनों तक हाइड्रेटेड रखती है और 80% कम पानी का उपयोग करती है।
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कैपिलरी एक्शन (विकिंग तकनीक) द्वारा धीरे-धीरे पानी पहुँचाती है।
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IoT-आधारित स्मार्ट फार्मिंग किट्स
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शहरी खेती के लिए सेंसर-युक्त वर्टिकल फार्मिंग सिस्टम।
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मिट्टी की नमी की निगरानी करता है और केवल आवश्यकता पड़ने पर पानी देता है, जिससे 60% पानी की बचत होती है।
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ग्रामीण किसानों के लिए किफायती समाधान
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तेलंगाना सरकार के साथ साझेदारी में कम लागत वाले स्वचालित सिंचाई किट्स वितरित किए।
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जल संरक्षण और स्मार्ट फार्मिंग पर निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
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उन्होंने यह कैसे हासिल किया?
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समस्या की पहचान
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शहरी बागवानी और पारंपरिक खेती में पानी की बर्बादी को नोटिस किया।
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एक कम रखरखाव वाला, पर्यावरण-अनुकूल समाधान बनाना चाहते थे।
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अनुसंधान और प्रोटोटाइपिंग
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टेराकोटा, कॉटन विक्स और IoT सेंसर्स के साथ प्रयोग किए।
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फीडबैक के लिए शहरी बागवानों और किसानों के साथ प्रोटोटाइप का परीक्षण किया।
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व्यावसायीकरण और प्रभाव
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हाइड्राग्रो पॉट्स (2021) लॉन्च किए → अब 5,000+ घरों और फार्म्स में उपयोग होता है।
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राष्ट्रीय नवाचार पुरस्कार (2022) और तेलंगाना एग्री-टेक स्टार्टअप ऑफ द ईयर (2023) जीता।
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उनके नवाचारों के लाभ
✅ जल संरक्षण – रोज़ाना सिंचाई की तुलना में 80% पानी की बचत।
✅ उच्च पैदावार – पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देता है।
✅ कम लागत और स्केलेबल – शहरी बालकनियों और ग्रामीण खेतों के लिए सस्ता।
✅ श्रम कम करता है – रोज़ाना सिंचाई की आवश्यकता नहीं।
✅ पर्यावरण-अनुकूल – प्राकृतिक सामग्री (टेराकोटा, रीसाइक्ल्ड प्लास्टिक) का उपयोग करता है।
हम गौतम रेड्डी से क्या सीख सकते हैं?
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वास्तविक समस्याओं का समाधान करें – उन्होंने भारत में जल संकट को हल किया।
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सरल + टिकाऊ = सफलता – अधिकतम प्रभाव के लिए लो-टेक (टेराकोटा) + हाई-टेक (IoT) का उपयोग किया।
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जमीनी स्तर पर पहुँच – किसानों के साथ सीधे काम करके बड़े पैमाने पर अपनाया गया।
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दृढ़ता से सफलता मिलती है – डिज़ाइन फाइनल करने से पहले 50+ प्रोटोटाइप्स का परीक्षण किया।
उनके कार्य कहाँ मिलेंगे?
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कंपनी: GreenRoot Innovations
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उत्पाद खरीदें: अमेज़न इंडिया, हैदराबाद गार्डन स्टोर्स (अर्बन ग्रीन्स, हार्वेस्ट गार्डन सेंटर)।
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सामाजिक प्रभाव: एनजीओ और सरकारी योजनाओं के साथ जल-स्मार्ट खेती को बढ़ावा देते हैं।
अंतिम विचार: गौतम रेड्डी साबित करते हैं कि नवाचार + स्थिरता कृषि को बदल सकती है। उनकी कहानी युवा उद्यमियों को हरित सोचने और स्थानीय स्तर पर कार्य करने की प्रेरणा देती है!
सेल्फ-वॉटरिंग पॉट क्या है?
एक सेल्फ-वॉटरिंग पॉट एक इनोवेटिव गार्डनिंग कंटेनर है जिसमें पानी का अंतर्निहित भंडारण होता है जो पौधों को जरूरत के अनुसार नमी प्रदान करता है। पारंपरिक गमलों के विपरीत जिनमें बार-बार पानी देने की आवश्यकता होती है, यह सिस्टम कैपिलरी एक्शन (विकिंग) या ग्रेविटी-फेड सिंचाई का उपयोग करके पौधों को 15 दिन तक हाइड्रेटेड रखता है और पानी की बर्बादी को 80% तक कम करता है।
यह कैसे काम करता है?
ड्यूल-चैम्बर डिज़ाइन – इसमें दो हिस्से होते हैं:
ऊपरी चैम्बर (मिट्टी + पौधा)
निचला जलाशय (पानी संग्रहित करता है)
विकिंग सिस्टम – कॉटन/सिरेमिक विक पानी को ऊपर खींचता है, जड़ों को उचित नमी देता है।
वॉटर-लेवल इंडिकेटर – पानी भरने का समय बताता है (आमतौर पर 10-15 दिन में)।
सेल्फ-वॉटरिंग पॉट्स के प्रमुख लाभ
✅ समय की बचत – रोजाना पानी देने की जरूरत नहीं
✅ पानी की बचत – पारंपरिक गमलों की तुलना में 80% कम पानी खर्च
✅ अधिक/कम पानी से सुरक्षा – नाजुक पौधों (जड़ी-बूटी, फर्न) के लिए आदर्श
✅ पौधों का बेहतर स्वास्थ्य – निरंतर नमी = जड़ों के रोग कम
✅ यात्रा के लिए बेस्ट – आपकी अनुपस्थिति में पौधों को जीवित रखता है
सेल्फ-वॉटरिंग पॉट्स में उगने वाले टॉप 5 पौधे
जड़ी-बूटियाँ (तुलसी, पुदीना, धनिया)
पत्तेदार सब्जियाँ (लेट्यूस, पालक)
फूलों वाले पौधे (पीस लिली, अफ्रीकन वायलेट)
सक्युलेंट्स (पानी की मात्रा समायोजित करके)
सब्जियाँ (टमाटर, शिमला मिर्च – बड़े गमलों में)
सेल्फ-वॉटरिंग पॉट का उपयोग कैसे करें? (चरणबद्ध गाइड)
जलाशय भरें – निचले चैम्बर में पानी डालें
मिट्टी और पौधा लगाएं – अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का प्रयोग करें
पानी का स्तर चेक करें – इंडिकेटर कम होने पर फिर से भरें
मौसम के अनुसार समायोजन – गर्मियों में अधिक बार भरें
कहाँ से खरीदें?
अमेज़न (लोकप्रिय ब्रांड: लेचुज़ा, मॉसर लैंड)
स्थानीय गार्डन सेंटर्स (इको-फ्रेंडली विकल्प देखें)
DIY विकल्प – पानी की बोतल और कॉटन रस्सी से बनाएं
अंतिम निष्कर्ष:
सेल्फ-वॉटरिंग पॉट्स शहरी बागवानों के लिए एक गेम-चेंजर हैं, जो देखभाल को कम करते हुए पानी बचाते हैं। शुरुआती और विशेषज्ञ दोनों के लिए बेहतरीन!