ये क्या नया है SUN GAZING सूर्य योग क्या ये सच मैं फायदा करता है

हमे बचपन से पढ़ाया जाता है की सूरज की रौशनी से पेड़ और पौधे उगते है और ये उनके लिए कितनी जरूरी है

पर हमे ये सिखाया नहीं जाता की ये हमारे शरीर के लिए भी उतनी ही जरूरी है

सूर्य की रोहणी मैं जीवन देने वाले तत्त्व होते है

जहाँ जहाँ सूर्य की किरणे पड़ती है वहां वहां फूल उगने लगते ह

फल आने लगते है, पौधे पेड़ों मैं बदल जाते है

अगर इस शक्ति को सही समय पे सही मात्रा मैं

सही तरीके से लेते है तो वही शक्ति हमारे जीवन मैं भी चमत्कार कर

सकती है

 

हम आज जानेंगे की कैसे हम इस शक्ति का उपयोग ले सकते है

जिस्से की हम अपने मन और शरीर दोनों को तंदरुस्त बना सके

 

कही बीमारिया जैसे

सर्वाइकल कैंसर, जोड़ो का दर्द, थाइरोइड डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर

स्किन प्रोब्लेम्स और कही तकलीफे कुछ ही महीनो मैं जड़ से ठीक हो जाती है

 

अगर हम सुरक्षित समय पर सूर्य को देखे, तो सूर्य की रौशनी आँखों के द्वारा

हमारे दिमाग तक पहुँचती है,हमारी आँखें हमारी दिमाग का ही हिस्सा है

जिसके वजह से आपकी फोकस और कंसंट्रेशन बढ़ जाती है, इस प्रक्रिया को

SUN GAZING कहते है, इस्से बड़ी बड़ी बीमारिया जैसे Tension, Depression,

Insomnia, Migraine, Headache ऐसे और कही जड़ से ठीक हो जाती है

 

आज आप जान जायेंगे की  SUN GAZING कैसे करते है और इसके क्या फायदे

होते है, आज जहाँ  कितने ही अलग अलग किसम के उपचार होते रहते है,

जहाँ आपको कुछ खाना पड़ता है, या कुछ लगाना पड़ता है और पैसे भी देने

पड़ते है, और इसमें! आपको एक पैसा देने की जरुरत नहीं, और ये सभी के लिए

उपलब्ध है, और सबसे जयदा शक्तिशाली भी है,

 

भगवांन ने हमे बिना सूरज के रहने के लिए बनाया ही नहीं

पर आज कल हम सब सिर्फ घरो मैं ही रहते है, और सूर्य की किरणों

को हमारे शरीर पर पड़ने ही नहीं देते, और इसके वजह से हमारे शरीर

मैं बहुत कुछ बिगड़ रहा है, हमारी हड्डिया कमजोर हो रही है, ऐसे काफी

सारी बीमारिया जो हमें बुढ़ापे मैं होते थे आजकल बच्चो मैं भी होने लगे है

क्योंकि हमें कभी सिखाया ही नहीं गया की सूर्य की रौशनी हमारे हड्ड़ियों के लिए

कितनी उपयोगी है, सिर्फ हमारे शरीर के लिए ही नहीं बल्कि हमारे मानसिक

स्वास्थ्य के लिए भी काफी उपयोगी है

 

सबसे बड़ी बात ये रौशनी हमें खुश रखती है

 

आपको ये जान कर हैरानी होगी की सूर्य की रौशनी

न मिलने की वजह से बच्चो की सिखने और याद करने की

शक्ति कम होने लगती है

 

 

जैसे आपको पता ही है की हर योग की शुरुवात सूर्य नमस्कार से होती

है

 

और ऐसे ही कही देशो मैं कही प्रकार के उपयोगिता ली गयी है सूर्य की रौशनी से

 

ग्रीस मैं heliotherapy करि जाती थी, यानी सूर्य का उपयोग

औषदि के रूप मैं करना, पूरे Europe मैं heliotherapy clinics

मौजूद थे, जहाँ patients विशेष रूप से बच्चो को अधिकतर समय

के लिए सनबेड पर लेटाया जाता था, और उनकी सारी बीमारिया

पूरी तरह ठीक हो जाती थी

Sun gazing
Sun gazing  Photo credit Marcus Ettinger

 

इटली मैं भी ऐसे एक्सपेरिमेंट किये गए, जहाँ  patients को ख़ास

सूर्य की रौशनी पड़ने वाले कमरों (sunlit rooms ) मैं रखा जाता था, और ये पाया गया की

patients काफी जल्दी ठीक भी हो जाते थे,

 

दुनिया भर मैं सूर्य का उपयोग औषदि के रूप मैं किया जाता था

 

 

तो चलिए जानते है कैसे हम इसे ले सकते है

 

सूर्य की ऊर्जा को लेने के ३ सबसे आसान तरीके है

 

Surya yog
Sun gazing

 

१. Sun gazing, सूर्य योग या फिर सूर्य दर्शन

 

इस विधि को हिरा रतन मानेक जी ने बहुत ही आसान बना दिया है

इन्होने कही सालो तक इस विधि का उपयोग किया, इसका एक फायदा इनको ये भी हुआ

की उनको ज्यादा खाने पिने की जरूरत भी नहीं पड़ती, वह कही कही दिनों तक

बिना खाये पिए ही रहते थे, इनपर कहा जाता है की NASA की निगरानी मैं भी १०० दिन

तक प्रयोग किया जा चूका है, और NASA भी मानती है की सूर्य की एनर्जी का हम उपयोग ले सकते है

 

इसमें आपको पहले दिन १० सेकेंड से आपकी प्रक्रिया शुरू करनी है

मतलब पहले दिन आप सुबह सूर्योदय के बाद १ घंटे तक कभी भी

सिर्फ १० सेकेंड सूर्य को देखना है, ये बहुत ही जरूरी है की आप ये

सिर्फ सुबह सूर्योदय से एक घंटे तक और शाम को सूरज ढलने

के एक घंटे के भीतर ही देखे, ताकि आपके आँखों को कोई भी नुकसान

न हो, इसी समय पर UV (अल्ट्रा वायलेट रेज़) की मात्रा बहुत ही कम होती है

जो हमारे लिए काफी सुरक्षित है, आपको मिटी, या रेत पर खड़ा होना है न की

रोड पे या बिल्डिंग पे या किसी कॉन्क्रीट पे, जब आप प्राकृतिक जमीन पर खड़े होते

तो इसके अच्छे फायदे है, क्योंकि काफी सालो से जो जमा ऊर्जा जमीन मैं दबी हुई है वो

भी आपको प्राप्त होती है, फिर आप को दूसरे दिन २० सेकेंड देखना है, ऐसे ही आपको

हर दिन सिर्फ १० सेकेंड बढ़ाते जाना है, कभी ऐसा भी हो सकता है की मौसम अच्छा न हो

या बादल छाए हो, या कोई भी वजह से अगर आप सूर्य को देख नहीं पाए तो कोई बात नहीं

इससे कोई नुकसान नहीं है सिर्फ फायदे थोड़ी देर से होंगे और कुछ नहीं, तो ऐसा करते करते

 

३ महीने मैं आप १५ मिनट पे पहुंच जायेंगे, हिरा मानेक जी कहते है की आपकी स्वास्थ अच्छी होने लगेगी

आपके आँखों के नंबर काम हो गए होंगे, तो ये जरूरी है की आप चेक उप जरूर करा ले, क्योकि आपने

आपके चश्मे बदलने होंगे, इसमें जैसे की हमने पहले बताया, आँखों से ये ऊर्जा हमारे दिमाग तक

पहुँचती है, तो अब आपका मन शांत होने लगेगा, आप देखेंगे की अब आप किसी भी बात पे जल्दी

गुस्सा नहीं होते, या कोई भी नेगेटिव प्रतिक्रिया नहीं दे रहे, अब आपकी सोच सकारात्मक होने लगी है

सबसे बड़ी बात, आपके मन मैं जो कोई भी डर हो वह भी चला जाता है, यहाँ तक की मरने का डर

भी निकल जाता है, आपका आत्मविश्वास बढ़ने लगता है, वो ये भी कहते है की हमे हमारे घरो को ऐसा

रखना है जहा ज्यादा से ज्यादा सूर्य की रौशनी पड़ सके, क्योकि इस्से घर के वातावरण मैं भी काफी

सकारात्मकता आती है.

 

६ महीने मैं आप ३० मिनट तक पहुंच जायेंगे, अब आप देखेंगे की आप की जितनी भी शारीरिक समस्याएं

थी वह सब ठीक हो चुकी है, कोई भी मौसम बदलने से आपके शरीर मैं कोई तकलीफ नहीं होगी, आपकी

प्रतिरक्षा तंत्र (Immune system) मजबूत बन जायेगा, अगर आपको सिर्फ आपके मन को शांत करना है

और आपके शरीर को मजबूत रखना है, तो आपको अब सिर्फ रोज इस प्रक्रिया को १० मिनट ही करना है

या फिर आप सिर्फ ४५ मिनट मिटी या रेत के जमीन पर चल सकते है, आप हमेशा शांत और शरीर से निरोगी

रहेंगे, पर आपको आगे और बढ़ना है, और आध्यात्मिकता की और भी पग रखना है तो आप इसे आगे भी कर

सकते है,

 

९  महीने मैं आप ४५  मिनट तक पहुंच जायेंगे, अब आप देखेंगे की आपको ज्यादा भूक नहीं लगती

और अब आप जब यहाँ तक पहुंच गए है, तो आगे मेन्टेन करने के लिए आपको सिर्फ या तो १५ मिनट रोज

सूर्य को देखना है, या सिर्फ ४५ मिनट मिटी या रेट के जमीन पर चल सकते है, ये आपको १ साल तक करना है

उसके बाद आपको ये भी करने की जरूरत नहीं, अब आप जब कभी बहार निकलेंगे, थोड़ी से धुप से भी आपका

काम हो जायेगा, अगर आपको ऐसे ही आध्यात्मिकता मैं आगे बढ़ना है, तो आप धीरे धीरे आपका चलना बढ़ाना होगा

उससे आपको जमीन की गर्मी जो की धुप से ही बनी है और सूर्य की रौशनी दोने से फायदे होने लगेंगे, और आप देखेंगे

की धीरे धीरे आप मैं भी कुछ दिव्या शक्तियां आने लग रही है, ऐसे कही लोग जिन्होंने ये प्रैक्टिस किया उनको आज

खाने की जरूरत ही नहीं पड़ती

 

ये सब फायदे होंगे

१. आंखों की दृष्टि बढ़ जाएगी

२. ध्यान लगाने की क्षमता बढ़ जाएगी

३. इसे आपकी तीसरी आँख मतलब (Pineal gland) खुलती है

सहज बोध बढ़ता है

४. आप हमेशा सकारात्मक महसूस करेंगे

५. आपको भूक कम लगेगी पर आप हमेशा स्वस्थ ही रहेंगे

६. अगर आपको कोई नशा है तो वो भी छूट जायेगा

 

Sun charged water
Sun charged water

 

 

२. Sun charged water, सूर्य से चार्जड पानी

 

इसमें आपको कोई भी ग्लास के बर्तन मैं या बोतल मैं पानी को धुप मैं रख देना है

सुबह से शाम तक, हो सके तो मटके जैसे बर्तन हो तो बहुत अच्छा है, इससे ज्यादा से

ज्यादा धुप मिलेगा, हमेशा उसे धाक के रखे ताकि कोई कचरा न गिरे, ध्यान रखे की

ढकन ग्लास का हो अगर ग्लास का नहीं है तो, किसी मिटटी का, या मेटल का भी चलेगा

पर प्लास्टिक का नहीं होना चाहिए, शाम को पानी अंदर लेलेना है, फिर २४ घंटे के अंदर

उस पानी को नार्मल पानी जैसे पी सकते है, ये आप ऑय ड्राप, ईयर ड्राप, नोज ड्राप और कहीं

किसीको कोई घाव हुआ है तो मरहम की तरह भी उपयोग कर सकते है, ये हर किसी मैं काम आएगा

 

 

 

Sunbathing सूर्य स्नान
Sunbathing सूर्य स्नान

 

३. Sunbathing सूर्य स्नान

इसमें आपको हर रोज करीब ३० मिनट के लिए अपने शरीर को सूर्य की रौशनी दिखाना

जैसे हम रोज पानी से स्नान करते है वो हमारी बाहरी शरीर को साफ़ करता है, वही सूर्य

की रौशनी आपके अंदर के शरीर को साफ़ करती है, जैसे आप जानते ही है की अगर हमारे

घर मैं कोई भी धान को कीड़े लगा जाते है तो हम उनको धुप मैं रख देते है और सब कीड़े

निकल जाते है और शुद्ध हो जाते है, इससे आप देखेंगे की आपके शरीर मैं खून का दौरा भी बढ़ने

लगा है, और इसके वजह से शरीर के अंदर की गन्दगी भी मूत्र के जरिये बहार निकल जाती है

ये हमारे त्वचा के लिए भी बहुत अच्छी है क्योंकि हमारे त्वचा मैं कहीं छोटे छोटे छिद्र होते है

और ये छिद्र बंद हो गए है तो गन्दगी अंदर ही रह जाती है, पर सूर्य स्नान करने से ये छिद्र खुल जाते

है और गन्दगी बहार निकलने लगती है, तो चलो जानते है कैसे करते है सूर्य स्नान, इसमें आपको बस

सूर्य के सामने लेट जाना है, आपको ऐसा जगह चुनना है जहाँ सूर्य की रौशनी आपको सीधी सीधी मिले

जैसे बालकनी, वरांडा, छत, पार्क, बीच कहीं भी, ये आपको सुबह या शाम को करनी है, ध्यान रखे की इस क्रिया मैं

आपको सिर्फ सूर्य की रौशनी चाहिए गर्मी नहीं, दोपहर की कड़कती धुप मैं सूर्य स्नान नहीं करना है

ये आपको करीब ३० मिनट करना है, इसमें आपको पहले १५ मिनट आगे के शरीर को रौशनी देनी है

फिर अगले १५ मिनट पीछे के शरीर को रौशनी देनी है, सूर्य स्नान करते समय आपको कम से कम

कपडे पहनने है ताकि रौशनी आपके सीधे शरीर पर पड़े, या फिर आप पतले सफ़ेद कॉटन कपडे पेहेन

सकते है, और सूर्य स्नान खुली हवा मैं ही करना है ना की कांच के या ग्लास के अंदर से, आप सूर्य देव

को धन्यवाद् करे क्योकि वो ही हमे ठीक करने वाले है, ये जरूर ध्यान रखें की आपको कोई भी क्रीम

या सनस्क्रीन नहीं लगनी है, क्योकि फायदे के जगह ये ज्यादा आपका नुक्सान करेगी, चलो थोड़े और फायदे जानते

है, ये क्रिया से आपकी हड्डिया फिर से मजबूत होने लगेगी, ये आपकी जठर अग्नि को भी बढाती है मतलब आपकी

खाना पचने की शक्ति को भी मजबूत करती है

 

तो आज ही शुरू कर दीजिये और जरूर बताये कमैंट्स मैं लिख के की आपका अनुभव कैसे रहा

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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