आज ये सवाल हर किसी को है की अमीर कैसे बने
वैसे तो काफी लोग आपको बताएँगे की आपने ये बिज़नेस करना है
वो प्रोजेक्ट करना है ऐसा कोई फैक्ट्री डालना है या कोई चीज़ बेचनी है
और कुछ
पर आज हम लोग ये बात नहीं करेंगे की हमे कोनसा काम करना है
या कोनसा बिज़नेस करना है, आज हम लोग ये बात करेंगे की कैसे
हमारे क्रिएटिव मन या हमारा अवचेतन मन हमारी मदत कर सकता है
हम ऐसी कुछ बाते करेंगे जिससे आपको ये समज जायेगा की हमारे
क्रिएटिव /अवचेतन मन सच मैं ये चीज़ कर सकता है
हम जानेंगे की ऐसे कोनसे काम हमारा क्रिएटिव /अवचेतन मन
पहले से करता आ रहा है, चलो शुरू करते है, आपने जभी से
इस धरती पे कदम रखा है तभी से आपकी साँसे चल रही है,
आपकी धड़कने चल रही है, आपके शरीर मैं रक्त प्रवाह हो रहा है,
आप जो भी खाना खाते है, वह अपने आप पचता है, ये सब चीज़े जभी
होती है तो ये अपने आप से होती है इस चीज़ के लिए आपको कोई
प्रयत्न नहीं करना पड़ता,
अब ये तो हो गयी आपके शरीर के अंदर की बातें, अब ऐसी कुछ चीज़ो
को समझेंगे जो शरीर के बहार भी होती है और वह अपने आप होती रहती है
इन चीज़ो मैं आप पहले कुछ दिन सीखते हो और फिर थोड़े दिनों के बाद
ये अपने आप होने लगती है आपको इसमें कोई प्रयत्न नहीं करना पड़ता
हम इसके बाद ये भी जानेंगे की क्यों हमारे शरीर मैं तकलीफ होती है
क्यों हमारा कोई काम बिगड़ जाता है, जबकि सब तो अपने आप से
चलना चाहिए आराम से
चलो तों पहले ये बाहर की चीज़ो को जानते है, मनो आपको साइकिल
सीखना है, तो आप क्या करते है, १५ से २० दिन आप सीखते है, पहले
आप कही बार गिरते भी हो फिर उठते हो फिर चलते हो, फिर गिरते हो
फिर चलते हो, फिर एक दिन ऐसा आता है, जब आपके खुशी का कोई ठिकाना
नहीं रहता, तब आप किसी के मदत के बिना साइकिल चला पाते हो, तब
आप देखते हो की वो जो बैलेंसिंग नहीं हो रही थी अब वो चीज़ सूजती भी
नहीं
ऐसा क्या हो जाता है की कुछ दिनों मैं हम साइकिल चलाना सिख लेते है फिर जिंदगी
भर आप आराम से उस चीज़ को कर पाते है, ये खेल है हमारे क्रिएटिव /अवचेतन मन
का, और आपको ये जान के हैरानी होगी की, अगर हम सच मैं दिल लगा कर कोई चीज़
सीख लेते है, फिर हमारा क्रिएटिव /अवचेतन मन उन चीज़ो को बड़े आराम से करने लग जाता
है, अब आप ये सोचते होंगे की मैंने कहा था क्यों कोई चीज़े बिगड़ जाती है, क्यों हमारी तबियत
ख़राब हो जाती है, क्यों हम गलती कर जाते हे उन चीज़ो मैं भी जो हमे आती है,
इसका सीधा सीधा सम्बंद है हमारे विचारो से हमारे भावनावो से, हमारे प्रवृत्ति से,
अगर हमने हमारे क्रिएटिव /अवचेतन मन मैं ऐसी चीज़े डाल दी जो हमे नुक्सान दे
सकती है तो वो वैसे ही काम काम करेगा, उद्धरण के तौर पे अगर आप किसी चीज़ से
बहुत गुस्से मैं है और आप साइकिल चला रहे हो तो आपकी मन की स्थिति सही नहीं
है, इसमें आपके एक्सीडेंट के चान्सेस बढ़ जाते है, इसी तरह अगर आपके विचार नकारात्मक
है, या आपकी भावनाये किसी के प्रति अच्छी नहीं है तो इसका दुष प्रभाव आप पर ही होगा
उन पर नहीं, एक विख्यात लेखिका लूइस हे (Louise hay) ने अपनी किताब मैं बताया है की
कैसे हमारे शरीर मैं हर बीमारी का हमारे कोनसे विचारो का कारन है
तो कहने का मतलब ये है की, जितना हमारा मन स्थिर रहेगा, खुशाल रहेगा ,
उतना ही आप अच्छी तरह से अपने क्रिएटिव /अवचेतन मन का
उपयोग ले सकते,
तो उम्मीद है की आपको समाज आ गया की कैसे हमारा क्रिएटिव /अवचेतन मन
काम करता है, अब आते है हमारे असली विषय पे, अमीर कैसे बने ?
विख्यात लेखक दीपक चोपड़ा ने कहा है, अगर आपको अपने विचारो को
पूरी तरह से बदलना है और आज आपने शुरुवात करदी तो लगभग ९ महीने
लगेंगे उसे आपके हर एक सेल को बदलने मैं, मतलब उनके हिसाब से, हमारा
पूरा शरीर ९ महीने मैं पूरा का पूरा नया हो जाता है, मतलब कोई भी विचार जो आपने
ले लिया उसका प्रभाव हमारे दिमाग पर ही नहीं बल्कि हमारे पूरे शरीर पर होता है
अब बात करते है उन चीज़ो की जो आप ने अगर शुरू कर दिया तो आप देखोगे
की आपके ज़िन्दगी मैं बदलाव आना शुरू हो जायेगा, आपको सिर्फ निचे दिए गए
नियमो को अपनी जिंदगी मैं उतारते जाना है, ये नियम किसी और के नहीं बल्कि
जग प्रसिद्ध मोइवेटर, लेखक, स्पीकर और कही बड़े कंपनियों के कंसलटेंट
ब्रायन ट्रेसी के है!
आमिर कैसे बने? (१५ सूत्र)
1. सपने बड़े देखो
हमें यह देखने की आवश्यकता है कि 5yrs के बाद यह कैसा दिख सकता है यदि यह सभी मिनट विवरण के साथ आपके सपनो का जीवन होगा
2. आप क्या करना पसंद करते हैं
आप अपने जीवन में वापस जा सकते हैं जब आप 3 से 7 के बीच थे और याद करते हैं कि आपको उस समय क्या करना पसंद था और यह कुछ ऐसा है जो आप जीवन भर करना चाहते हैं।
3.आपको ये कमिटमेंट देना पड़ेगा की जो भी करेंगे उत्कृष्ट ही होगा
किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में लगभग 5 से 7 साल लगते हैं, इसलिए हमें उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए उस समय तक पूरी तरह से खुद को प्रतिबद्ध करना होगा
4. अपनी अद्वितीय प्रतिभा और क्षमता विकसित करना होगा
5. अपने आप को स्वरोजगार के रूप में देखें
6. दिशा का स्पष्ट अर्थ विकसित करने का मतलब है कि हमें लक्ष्य उन्मुख होना चाहिए
यह तय करने की जरूरत है कि आपको अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए किस कीमत का भुगतान करना होगा और इसे जमा करना शुरू करना होगा
7. विफलता की संभावना पर विचार न करे
हमेशा सब कुछ एक प्रतिक्रिया के रूप में विचार करें और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें
8. आजीवन सीखने के लिए अपने आप को समर्पित करें
निरंतर सीखने के लिए तीन कुंजी
a) प्रत्येक दिन 30 से 60 मिनट पढ़ें
b) अपने क्षेत्र में हर पाठ्यक्रम ले लो
c) गाने नहीं ऑडियो प्रोग्राम सुनें
9) एक वर्कोहोलिक मानसिकता विकसित करें
ताकि आप दूसरों का नेतृत्व कर सकें,
एक बार जब आप इसे बना लेते हैं तो आप निश्चित रूप से इसका आनंद लेना शुरू कर सकते हैं
बड़े लोग कम से कम ५९ घाटे देते है अपने काम के लिए
जब आप काम कर रहे हों तो काम करना महत्वपूर्ण है
10. सही लोगों के आसपास घूमें
उन लोगों के साथ रहें, जिनकी आप प्रशंसा करते हैं और बनना चाहेंगे
हम उनके कौशल और गुण प्राप्त करते हैं
11. चोटी दर चोटी चढ़े
जीवन सभी उतार-चढ़ाव के बारे में है, इसलिए एक बार चोटी पर पहुंचने के लिए आपको फिर से घाटी में उतरना पड़ता है और फिर से चरम पर पहुंचने के बाद चढ़ना पड़ता है
12. रिवर्स लचीलापन और वापस उछाल
बुरे दिनों के लिए अपने आप को तैयार करने के बारे में, इसकी तरह हमें अपना दिमाग बनाना चाहिए अगर बुरे दिन आते हैं तो हम नकारात्मक रूप से प्रतिक्रिया नहीं करेंगे बल्कि इसे सीखने के रूप में लेंगे और वापस उड़ान भरेंगे
13. अचूक आशावादी बनो
14. साहस और दृढ़ता के गुणों का विकास करें
15. स्वयं अनुशासन की गुणवत्ता को विकसित करे
अगर आपने ऊपर दिए गए सभी चीज़ो का पालन करना शुरू कर दिया तोह आप देखेंगे की
सिर्फ ९ महीने मैं ही आपकी ज़िन्दगी बदल गयी होगी फिर जो उसको आप आगे बनाएंगे
वह आप पर है, तो आज से ही शुरू कर दीजिये और देखिये कैसे आपकी जिंदगी बदलती है
खुश रहे सब को खुश रखे